[ कंपनी शेयर क्या होता है 2023 ] जानिए शेयर कैसे खरीदते हैं और कैसे बेचते हैं, शेयर मार्केट ट्रेडिंग, प्रकार, सही-गलत का चुनाव – Stock Market In Hindi

कंपनी शेयर क्या होता है | शेयर कैसे खरीदते हैं और कैसे भेजते हैं | Share kaise kharidte hai | Share kaise kharide hai | Company ke share kaise kharidte hai | इक्विटी शेयर क्या है | एक शेयर की कीमत कैसें तय होती है | शेयर कितने प्रकार के होते है

किसी भी देश के आर्थिक विकास उस देश की अर्थव्यवस्था होती है, और हर देश की अर्थव्यवस्था आकी जाती है – शेयर बाजार से | शेयर बाजार को स्टॉक मार्केट के नाम से भी जाना जाता है, जिसमें व्यवसाय, व्यापारी, निवेशक, एव आम जनता किसी न किसी रूप में जुड़ी होती है | निवेश करके पैसा कमाना और कंपनी की वित्तीय व्यवस्था को मजबूत करना, शेयर मार्केट एक अच्छा जगह है | आइए जानते है शेयर मार्केट और शेयरों/कंपनियों की हिस्सेदारी से जुड़ी सम्पूर्ण एव विस्तृत जानकारी –

कंपनी-शेयर-क्या-होता-है

कंपनी शेयर क्या होता है ?

कंपनी शेयर एक प्रकार का वित्तीय लेन-देन प्रक्रिया है, किसी भी कंपनी का शेयर खरीदकर उस कंपनी के शेयर कई मात्रा के अनुसार हिस्सेदार बन सकते है | इसके माध्यम से लोग उस कंपनी के स्टॉक मार्केट में निवेश कर सकते हैं और उसके अधिकारों के साथ उसके लाभों और हानियों का हिस्सेदार बन सकते हैं। कंपनी शेयर खरीदने से एक व्यक्ति कंपनी के अधिकारी नहीं बनता है, लेकिन वह उस कंपनी के एक छोटे से हिस्सेदार का दर्जा प्राप्त करता है|

शेयर कैसे खरीदते है ?

शेयर खरीदने के लिए आपको पहले एक न्यूनतम राशि निवेश करनी होगी। फिर आप एक दलाल, ब्रोकर या ऑनलाइन शेयर खरीदने के लिए एक शेयर ब्रोकरेज खाता खोल सकते हैं। दलाल या शेयर ब्रोकर आपकी मदद करेंगे, शेयर मार्केट में उपलब्ध शेयरों की जानकारी प्रदान करने में और आप उनसे सीधे शेयर खरीद सकते हैं। ऑनलाइन शेयर खरीदने के लिए, आपको किसी भी ऑनलाइन शेयर ब्रोकर की वेबसाइट पर जाकर अकाउंट/खाता बनाना होगा |

इक्विटी शेयर क्या है ?

एक्विटी शेयर एक कंपनी के मालिकाना हिस्सेदारी का एक उपाधि है, जिससे शेयर धारकों को उनकी निवेशकीय धनराशि के अनुसार लाभ मिलता है। एक्विटी शेयर एक कंपनी के स्टॉक मार्केट में ट्रेड होते हैं और इनका मूल्य विभिन्न आर्थिक प्रतिबंधों के आधार पर निर्धारित किया जाता है।

डिलीवरी शेयर क्या होता है ?

डिलीवरी शेयर एक स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग का तरीका है, जिसमें शेयर खरीद और बेचने के लिए निर्धारित तिथि में शेयर पूर्णतः ट्रांसफर होते हैं। इसका मतलब होता है, कि खरीदार खरीदी हुई शेयरों की पूर्ण राशि को देय होता है और वह शेयरों के मालिक बन जाता है। इस तरीके की ट्रेडिंग में, शेयरों की वसूली और उन्हें खरीदने के लिए कुल तिथि तय की जाती है और इसमें लंबी या छोटी अवधि की भी आवश्यकता नहीं होती है।

कंपनी शेयर क्या होता है

शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या है ?

शेयर मार्केट ट्रेडिंग एक आर्थिक वित्तीय बाज़ार है, जहां कंपनियों की हिस्सेदारी की खरीदी बिक्री होती है | इसमें शेयरों की खरीद और बेचने की प्रक्रिया होती है, जिसमें व्यापारियों को आम जनता या निवेशकों से शेयरों के मूल्य के अनुसार लाभ कमाने का मौका मिलता है। इसमें व्यापारियों द्वारा शेयरों की खरीद बिक्री विभिन्न वित्तीय प्रणालियों के माध्यम से की जाती है जैसे कि स्टॉक एक्सचेंज और ऑवर-दि-काउंटर (OTC) मार्केट आदि। कंपनियों का सभी प्रकार के नियम-कानून भारतीय रिजर्व बैंक से प्रतिबंधित होते है, आम निवेशक को हिस्सेदारी में भाग लेने के लिए एक सरल प्रक्रिया की सुविधा प्रदान करता है |

एक शेयर की कीमत कैसें तय होती है ?

किसी भी व्यवसाय/बिजनेस कंपनी की हिस्सेदारी का एक शेयर की कीमत कई प्रकार के वित्तीय नियमों, एव गणनाओ के आधार पर निर्भर करती है | जैसें :-

अच्छे/बुरे समाचार एवं अपडेट – किसी कंपनी के लाभ या नुकसान के आकड़े, उसके शेयरों की कीमत पर प्रभाव ला सकते है। यदि किसी कंपनी के बारे में अच्छी खबर होती है, तो उसकी शेयर की कीमत में उछाल आ सकती है |

नुकसान या मंदी के आकड़े/प्रदर्शन – किसी कंपनी के आर्थिक प्रदर्शन भी शेयरों की कीमत पर प्रभाव डालते हैं। यदि किसी कंपनी का लाभ कम होता है, तो उसकी शेयर के भाव डाउन/नीचे अा सकते है |

बड़े मार्केट संकेतक – शेयर मार्केट के संकेतक जैसे कि Nifty, Sensex आदि भी शेयरों की कीमत पर प्रभाव डालते हैं।

संबंधित कंपनी की वित्तीय स्थिति – किसी शेयर की कीमत पर उससे संबंधित कंपनी की वित्तीय स्थिति भी प्रभाव डालती है। इसमें कंपनी के आय और निवेशकों के प्रतिदिन लेनदेन आदि शामिल होते हैं।

आपूर्ति और मांग – शेयर की कीमत पर उसकी आपूर्ति और मांग भी प्रभाव डालती है। यदि किसी शेयर की मांग

शेयर कितने प्रकार के होते है ?

शेयर मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं।

आम/नॉर्मल शेयर:- यह शेयर साधारणतया बाजार में उपलब्ध होते हैं, और नए निवेशकों के लिए एक सुलभ विकल्प होते हैं। आम शेयर का अधिकांश अधिकार कंपनी के मालिकों को होता है |

वर्तमान शेयर:- ये शेयर कंपनी के मालिकों को कुछ विशेष अधिकार प्रदान करते हैं। इनमें कंपनी के लिए वोटिंग अधिकार और निफारित अधिकार शामिल होते हैं। ये शेयर नए निवेशकों के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं और इनकी खरीदारी के लिए निर्दिष्ट मानदंड होते हैं। वर्तमान शेयरों का उपयोग बड़ी कंपनियों के विलय, अधिग्रहण और मुद्रांतरण में किया जाता है।

स्टॉक स्प्लिट और बोनस शेयर क्या है?

स्टॉक स्प्लिट और बोनस शेयर दो अलग-अलग चीजें होती हैं, जो कंपनी द्वारा शेयर होल्डर्स के लिए जारी की जाती हैं।

स्टॉक स्प्लिट कंपनी द्वारा जारी किए जाने वाली एक प्रक्रिया है, जिसमें कंपनी ने अपने शेयरों की मूल्यांकन मूल्य को कम करते हुए नए शेयरों को जारी किया जाता है। यदि कंपनी उदाहरण के तौर पर 1:2 स्टॉक स्प्लिट की घोषणा करती है, तो हर एक खरीदा हुआ शेयर, 2 नए शेयरों में बदल जाता है। इससे संपत्ति के मूल्य में कोई परिवर्तन नहीं होता है, लेकिन इससे संपत्ति की कुल संख्या बढ़ जाती है।

वहीं, बोनस शेयर एक अतिरिक्त शेयर होता है जो कंपनी द्वारा उन शेयर होल्डर्स को जारी किया जाता है, जो निश्चित समय अवधि तक शेयर होल्ड किए रखते हैं| यदि एक कंपनी एक-एक शेयर के बोनस घोषित करती है, तो शेयर होल्डर के पास उस कंपनी के एक अतिरिक्त शेयर की संपत्ति होती है, जो कीमत मूल्य में नहीं बदलता है|

1 शेयर का मतलब क्या होता है?

एक शेयर एक इकाई होती है, जो कंपनी द्वारा जारी की गई होती है और जिसे आमतौर पर स्टॉक मार्केट में खरीदा और बेचा जा सकता है। एक शेयर का मतलब यह होता है, कि शेयर होल्डर कंपनी का मालिक होता है और अपने शेयर के बदले में कंपनी के लाभ और हानि के हिस्सेदार बनता है।

शेयरों की मूल्य शेयर मार्केट में आधारित होती है, जो उनके विभिन्न तत्वों जैसे कि कंपनी के वित्तीय परिस्थितियों, उत्पादों, सेवाओं, बाजार की चाल आदि पर निर्भर करती है।

भारत में शेयर खरीदने के टॉप 5 एप ?

वर्तमान में भारत में शेयर खरीदने के लिए इन टॉप 5 एप्स का उपयोग किया जा रहा है: –

ये सभी एप उपयोगकर्ताओं को शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा प्रदान करते हैं और उन्हें शेयर मार्केट से जुड़ी विभिन्न जानकारियों जैसे कि लाइव स्टॉक प्राइस, ग्राफ, अधिकतम और न्यूनतम मूल्य आदि प्रदान करते हैं।

शेयर खरीदने के लाभ और नुकसान ?

शेयर खरीदने के निम्नलिखित लाभ और नुकसान हो सकते हैं : –

शेयर खरीदने के लाभ : –

  • पैसों को शेयर बाजार में लगाकर, पैसें को जमा कर सकते है, जो मुद्रा बदलाव का अच्छा विकल्प हो सकता है |
  • लंबे समय तक निवेश करने से आप द्वारा किए गए निवेश की वैश्विक मार्केट उतार-चढ़ाव के जरिए बढ़ते हुए आमदनी का लाभ उठा सकते हैं।
  • आप द्वारा किए गए निवेश से आपको शेयर मूल्य के ऊपर सालाना या समय-समय पर दिए जाने वाले डिविडेंड या बोनस शेयर के लाभ मिल सकते हैं।

शेयर खरीदने के नुकसान:-

  • शेयर मूल्य में गिरावट के कारण नुकसान हो सकता है।
  • कंपनी की खराब प्रदर्शन के कारण शेयर मूल्य में गिरावट हो सकता है।
  • शेयर मार्केट की अस्थिरता के कारण नुकसान हो सकता है।

इन लाभों और नुकसानों के अलावा, निवेश करने से पहले निवेशकों को अपनी आर्थिक गतिविधियों को मजबूत करने और निवेशकों की रिस्क टॉलरेंस अनुसार निवेश करने की सलाह दी जाती है|

कंपनी शेयर क्या होता है

अच्छे शेयर का चुनाव कैसें करें ?

किसी भी सेक्टर में अच्छे शेयर का चयन करने के लिए निम्नलिखित कुछ मुख्य उपाय हैं :-

कंपनी का विश्लेषण करें:- शेयर खरीदने से पहले आपको कंपनी का विश्लेषण करना चाहिए, इससे आप उसकी वर्तमान आर्थिक स्थिति और भविष्य की उम्मीद को समझ सकते हैं।

उस उद्योग की अध्ययन करें:- आपको शेयर खरीदने से पहले उस उद्योग को अध्ययन करना चाहिए जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं, ताकि आप उसके भविष्य की उम्मीद को समझ सकें।

कंपनी के टेक्निकल एनालिसिस:- शेयर मूल्यों के गतिविधियों और उनकी तुलना करने के लिए टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग किया जा सकता है।

कंपनी के पास वित्तीय स्वस्थता:- निवेश करने से पहले कंपनी की वित्तीय स्थिति की जांच करें, जैसे कि कंपनी का ऋण दर, ऋण भुगतान की समय सीमा, उद्यम के शेयरों के प्रति लाभ का विवरण आदि।

शुरुआत से कंपनी की बैलेंस शीट का अध्ययन करें:- आपको कंपनी के बैलेंस शीट की जांच करनी चाहिए ताकि, आप उसकी आर्थिक स्थिति के बारे में अधिक जान सकें |

किसी कंपनी का शेयर कब बढ़ता है?

किसी कंपनी के शेयर का मूल्य बहुत से नियमों और गणनाओ के फेक्टरों पर निर्भर करता है, जैसे कि वित्तीय परिस्थितियाँ, कंपनी के नतीजे, निवेशकों के विश्वास, बाजार की स्थिरता आदि। कंपनी के अच्छे नतीजों, वृद्धि के योग्य वित्तीय स्थिति, नई उत्पादों या सेवाओं की शुरुआत, अच्छी नेतृत्व आदि कंपनी के शेयर की कीमत में वृद्धि होती है। इसके अलावा, बाजार के सामान्य उतार-चढ़ाव के आधार पर भी शेयरों की कीमत में परिवर्तन होते रहते हैं।

शेयर मार्केट कैसे सीखे ?

शेयर मार्केट को समझने के लिए आप निम्नलिखित कार्यों का पालन कर सकते हैं –
1. शेयर मार्केट के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करें:- इसके लिए आप न्यूज़पेपर, बुक्स, फाइनेंशियल वेबसाइट आदि पढ़ सकते हैं।
2. अपने लक्ष्य को स्पष्ट करें:- जब आप शेयर मार्केट में निवेश करते हैं, तो आपको अपने लक्ष्य को स्पष्ट करना चाहिए। आपके पास निवेश के लिए दृष्टिकोण, समय आदि का निर्धारण होना चाहिए।
3. शेयर मार्केट ट्रेडिंग से जुड़ी सामान्य जानकारी हासिल करें:- आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग की बुनियादी जानकारी को समझना होगा, जैसे – शेयर की तरंग, शेयर मार्केट में निवेश के प्रकार आदि।
4. शेयर मार्केट के लिए एक डेमो ट्रेंडिंग खाता खोलें:- इससे पहले कि आप वास्तविक निवेश करें, आप एक डेमो खाता खोलकर शेयर मार्केट में निवेश करने का अनुभव हासिल कर सकते हैं।
5. अनुभवी निवेशकों से सलाह लें:- आप अनुभवी निवेशकों से सलाह ले सकते हैं, जो शेयर मार्केट से लंबे समय से जुड़ा हो |

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