डीसी मोटर स्टार्टर | डीसी मोटर के उपयोग क्या है | डीसी मोटर प्राइस | डीसी मोटर का कार्य सिद्धांत | डीसी मोटर का चित्र | डीसी मोटर सेट | डीसी मोटर के प्रकार | डीसी मोटर क्या है | डीसी मोटर कितने वोल्ट का होता है
आज हम बात करेंगे डीसी मोटर क्या होती है डीसी मोटर एक प्रकार की विद्युत मोटर है जो डायरेक्ट करंट (DC) का उपयोग कर यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करती है इसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है आइए जानते है इसके बारे में संपूर्ण जानकारी –
डीसी मोटर क्या है ?
वह मोटर जो दिष्ट धारा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करती है वह डीसी मोटर कहलाती है |
डीसी मोटर कौनसे सिद्धांत पर कार्य करती है ?
डीसी मोटर विद्युत चुंबकीय खींचाव के सिद्धांत पर कार्य करती है |
- फील्ड वाइंडिंग द्वारा स्थापित चुंबकीय क्षेत्र मुख्य चुंबकीय क्षेत्र कहलाता है |
- आर्मेचर के चालक में धारा प्रवाह होने के कारण इसका भी एक चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है |
- दोनों चुंबकीय क्षेत्र आपस में प्रतिक्रिया करते हैं जिसके कारण टॉर्क उत्पन्न होता है |
डीसी मोटर की मौलिक आवश्यकताएं ?
डीसी मोटर की मौलिक आवश्यकता है निम्न है –
- स्टेटस
- आर्मेचर
- कमयुटेटर तथा कार्बन ब्रश
- विद्युत ऊर्जा
मोटर की गति ज्ञात करने का नियम कौनसा है ?
मोटर की गति की दिशा ज्ञात करने के लिए फ्लेमिंग के बाएं हाथ का नियम का प्रयोग किया जाता है |
- अंगूठा – चालक की गति को दर्शाता है |
- तर्जनी – चुंबकीय क्षेत्र की दिशा को दर्शाती है |
- मध्यमा – विद्युत धारा की दिशा को दर्शाती है |
तीनों एक-दूसरे से 90 डिग्री पर होते है |
डीसी मोटर की घूर्णन दिशा कैसे परिवर्तित करें ?
- चुंबकीय क्षेत्र की दिशा परिवर्तन करके (स्टेटर कनेक्शन में परिवर्तन) |
- आर्मेचर में विद्युत धारा की दिशा परिवर्तन करके (आर्मेचर टर्मिनल में परिवर्तन) |
इन दोनों में से कोई एक को बदलने पर मोटर की गति की दिशा में परिवर्तन हो जाता है लेकिन बाहय टर्मिनल को बदलने पर गति की दिशा में कोई परिवर्तन नहीं होगा |
डीसी मोटर कितने प्रकार के होते है ?
डीसी मोटर का वर्गीकरण मुख्यतः तीन प्रकार से किया गया है –
- सीरीज मोटर्स
- शंट मोटर
- कंपाउंड मोटर (A) कम्युलेटिव कंपाउंड मोटर (B) डिफरेंशियल कंपाउंड मोटर
डीसी मशीन की फील्ड वाइंडिंग कहाँ पर होती है ?
डीसी मोटर में फील्ड वाइंडिंग स्टेटर पर स्थापित की जाती है सीरिज मोटर में आर्मेचर धारा फील्ड वाइंडिंग में से प्रवाहित होती है अतः फील्ड वाइंडिंग मोटे तार की और कम टर्न वाली बनाई जाती है जबकि शंट मोटर में आर्मेचर करंट का केवल एक अंशी फील्ड वाइंडिंग में से प्रवाहित होता है अतः फील्ड वाइंडिंग पतले तार की और अधिक टर्न बनाई जाती है |
डीसी मोटर के स्टार्टर कौन-कौन से है ?
डीसी मोटर के आर्मेचर के प्रतिरोध का मान निम्न होता है इसलिए प्रारंभिक धारा को नियंत्रित करने के लिए स्टार्टर का प्रयोग किया जाता है |
स्टेटस मुख्यतः तीन प्रकार के होते है –
- दो बिंदु स्टार्टर
- तीन बिंदु स्टार्टर
- चार बिंदु स्टार्टर
डीसी सीरीज मोटर की गति नियंत्रण की विधियां ?
सीरीज मोटर मैं आर्मेचर तथा फील्ड वाइनिंग श्रेणी क्रम में संयोजित होती है अतः इस मोटर की गति नियंत्रण करने के लिए निम्न विधियां अपनाई जाती है –
- आर्मेचर के डायवर्टर विधि
- फील्ड डायवर्टर विधि
- सप्लाई वोल्टेज नियंत्रण विधि
- फील्ड टाइपिंग विधि
- सीरीज पैरेलल विधि
डीसी मोटर की कीमत?
डीसी मोटर की प्राइस इनकी क्षमता के अनुसार है डीसी मोटर की प्राइस जानने के लिए click करें |
24 वोल्ट डीसी मोटर प्राइस?
24 वोल्ट डीसी मोटर की कि प्राइस जानने के लिए click करें |
यह भी जरूर पढ़ें…