आवेश कैसे उत्पन्न होता है | आवेश का अर्थ क्या होता है | आवेश कितने प्रकार के होते है | आवेश का SI मात्रक क्या है | आवेश का प्रतीक क्या है | धन आवेश किसे कहते है | आवेश के गुण | सजातीय आवेश किसे कहते है
आज से लगभग 2500 वर्ष पूर्व थेल्स नामक वैज्ञानिक ने कहरवा (अम्बर) नामक पदार्थ को रेशम से रगड़ा तो कुछ कागज के छोटे-छोटे टुकड़े उसकी तरफ आकर्षित हुई अम्बर को इलेक्ट्रॉन कहा जाता है इसलिए इसका नामकरण Electricity (विद्युतीकरण) रखा गया |
आवेश किसे कहते है ?
बेन्जामिन फ्रैंकलिन के अनुसार आवेश दो प्रकार के होते है-
- धनावेश 2. ऋणावेश
वह पदार्थ जो इलेक्ट्रॉन का त्याग करते हैं वह धनावेशित होते है |
वह पदार्थ जो इलेक्ट्रॉनों को ग्रहण करते हैं वह ऋणावेशित होते है |
आवेश उत्पन्न होने के माध्यम कौन-कौन से है ?
आवेश उत्पन्न होने के माध्यम/साधन निम्न है-
- घर्षण के द्वारा:- सूखे बालों मे कंघी करने पर कागज के छोटे-छोटे टुकड़े कंघी की तरफ आकर्षित होते है |
- चालन के द्वारा:- एक वस्तु से दूसरी वस्तु मे आवेश का स्थानांतरण उन दोनों के मिलने के कारण होता है |
- प्रेरणा द्वारा:- एक वस्तु से दूसरी वस्तु मे आवेश का स्थानांतरण उन दोनों के बिना सम्पर्क के हो जाता है |
आवेश को किसके द्वारा मापा जाता है ?
आवेश को मापने के लिए Electroscope (विद्युतदर्शी) के द्वारा मापा जाता है |
आवेश के गुण क्या है ?
- अवेश एक सदिश राशि है |
- आवेश एक क्वाटीकृत (गणना) राशि है |
- आवेश एक योज्य राशि है |
Q = ne
n = आवेश की संख्या
-5q + 4q = -1q
आवेश का S.I मात्रक क्या है ?
आवेश का SI या MKS मात्रक कूलाम है |
आवेश का CGS मात्रक क्या है ?
आवेश CGS का मात्रक e.s.u है
1 e.s.u = 3.33×10-10 कूलाम
1 कूलाम = 3×10-9 e.s.u
E.S.U = Electro static unit
धारिता का मात्रक क्या है ?
धारिता का मात्रक फेराड होता है जबकि फेराडे विद्युत आवेश का मात्रक होता है |
कूलाम का नियम क्या है ?
- कूलाम का नियम गुरुत्वाकर्षण के नियम की तरह होता है |
- समान प्रकार के आवेश में प्रतिकर्षण बल लगता है तथा असमान प्रकार के आवेश में आकर्षण होता है |
- आकर्षण व प्रतिकर्षण बल आवेश के गुरुत्वाकर्षण के समानुपाती होता है |
- यह बल दोनों आवेशों के बीच की दूरी के वर्ग के समानुपाती होता है |
F = K Q1 Q2/r^2
r = आवेश के बीच दूरी
K = नियतांक
Q1, Q2 = आवेश
बिजली क्यो गिरती है ?
आकाशीय बिजली गिरने का मुख्य कारण दो समरूप आवेशों टकराना है |
अणु किसे कहते है ?
पदार्थ का वह छोटा से छोटा भाग जो रासायनिक क्रियाओं में भाग ले सके तथा भौतिक रूप से स्वतंत्र है वह अणु कहलाता है |
परमाणु क्या है ?
अणु का वह छोटे से छोटा भाग जो केवल रासायनिक क्रियाओं में भाग ले सकें और भौतिक क्रियाओं से स्वतंत्र ना हो वह परमाणु कहलाता है |
परमाणु = तत्व + योगिक + मिश्रण
तत्व क्या है ?
समान परमाणु से मिलकर बनने वाला पदार्थ तत्व कहलाता है इसकी संख्या निश्चित होती है |
यौगिक क्या है ?
दो अलग-अलग प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बना पदार्थ यौगिक कहलाता है इसकी संख्या निश्चित नही होती है |
मिश्रण क्या है ?
दो अलग-अलग परमाणुओं के निश्चित पदार्थ से बने पदार्थ मिश्रण कहलाता है मिश्रण को भौतिक क्रियाओं के द्वारा अलग किया जा सकता है जबकि यौगिक को केवल रासायनिक क्रियाओं द्वारा अलग होता है |
परमाणु संरचना :-
किसी भी कक्षा मे अधिकतम इलेक्ट्रॉनों की संख्या 2n2 होती है | (n = कक्षा क्रमांक)
- परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन न्यूट्रॉन होते है तथा इनके बाहर कक्षा में इलेक्ट्रॉन चक्कर लगाते है |
- इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर वामावर्त व दक्षिणावर्त किसी भी दिशा में घूम सकता है इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों और अपकेन्द्रीय बल के कारण घूमता है यदि बह्यय कक्षा में इलेक्ट्रॉनों की संख्या 8 है तो पदार्थ कुचालक है |
- यदि बह्यय कक्षा में इलेक्ट्रॉनों की संख्या 1,2,3,5,6,7 है तो बन्ध नहीं बना पाते है इसलिए इन्हें मुक्त इलेक्ट्रॉन कहते है ये चालक पदार्थ कहलाते है |
- यदि परमाणु की बह्यय कक्षा में इलेक्ट्रॉन 4 है तो अर्धचालक है |
इलेक्ट्रॉन | प्रोटोन | न्यूट्रॉन |
खोज- जेजे थॉमसन ऋणावेशित आवेश आवेश = -1.6×10-19 कूलाम द्रव्यमान = 9.1×10-31kg | खोज- गोल्डस्टीन नामकरण- रदरफोर्ड धनावेशित आवेश आवेश = 1.6×10-19 आवेश द्रव्यमान = 1.67×10-27 kg प्रोटोन का द्रव्यमान = 1845× इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान | खोज- जेम्स चैडविक आवेश हीन द्रव्यमान लगभग प्रोटोन के बराबर परंतु थोड़ा सा अधिक |
- परमाणु की संख्या = इलेक्ट्रॉन की संख्या
- न्यूट्रॉन एक अनिश्चित कण है |
- परमाणु क्रमांक = प्रोटोन की संख्या
- परमाणु भार = प्रोटोन की संख्या + न्यूट्रॉन की संख्या
परमाणु का व्यास कितनी होती है ?
परमाणु का व्यास 10-10 मीटर होता है |
नाभिक की त्रिज्या कितनी होती है ?
नाभिक की त्रिज्या 10-15 मीटर या फर्मी होती है |
महत्वपूर्ण परिभाषा –
विद्युत वाहक बल (EMF):- इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला बल जिसके कारण वे गति करते है उसे विद्युत वाहक बल कहते है |
विभव:- अनंत क्षेत्र से इकाई आवेश को लाने में किया गया कुल कार्य विभव कहलाता है |
विभव = कार्य/आवेश
मात्रक = वोल्ट या जूल/कूलाम
विभवान्तर:- दो विभव के बीच के अंतर को विभवान्तर कहते है |
यदि विभवान्तर का मान शुन्य है तो इसमे कोई भी धारा प्रवाह नही होगी |
विद्युत धारा:- इलेक्ट्रॉन के प्रवाह को विद्यु त धारा कहते है या आवेश प्रवाह की दर को विद्युत धारा कहते है |
विद्युत धारा का मात्रक = एम्पियर या कूलाम/सेकंड
आवेश का SI मात्रक क्या होता है?
आवेश का SI या MKS मात्रक कूलाम होता है |
परमाणु का व्यास कितनी होती है?
परमाणु का व्यास 10-10 मीटर होता है |
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