प्राथमिक सेल के प्रकार | प्राथमिक सेल की संरचना | प्राथमिक सेल क्या है | प्राथमिक सेल का चित्र | प्राथमिक सेल कौन-कौनसी है | प्राथमिक सेल और द्वितीयक सेल में अंतर
प्राथमिक सेल इसे आमतौर से “प्राइमरी सेल” भी कहा जाता है, और यह एक ऐसी बैटरी होती है जिसे केवल एक बार चार्ज किया जा सकता है और इसे डिस्चार्ज होने के बाद पुनः चार्ज किया नहीं जा सकता है क्योंकि इसकी चार्ज करने की क्षमता खत्म हो जाती है |
आज हम जानेंग सेल क्या होता है इसके उपयोग व विद्युत वाहक बल एवं इससे जुड़ी संपूर्ण जानकारी – रासायनिक से सेलो का उपयोग मनुष्य के दैनिक जीवन में अनेक रूपों में किया जा रहा है जैसे – टॉर्च, स्वचालित वाहन, इलेक्ट्रिकल उपकरणों इत्यादि मे इसका उपयोग किया जाता है |
प्राथमिक सेल क्या है ?
जिन सेलो मैं रासायनिक क्रियाओं के फलस्वरुप विद्युत वाहक बल उत्पन्न होता है एवं जिसे डिस्चार्ज होने के बाद पुन: चार्ज नहीं किया जा सकता उसे प्राथमिक सेल कहते है |
प्राथमिक सेल कितने प्रकार के होते है ?
प्राथमिक सेलों के प्रकार निम्न है –
- वोल्टेइक सेल
- डेनियल सेल
- लेक्लांची सेल
- शुष्क सेल
- मरकरी सेल
- सिल्वर ऑक्साइड सेल
वोल्टेइक सेल किसे कहते है ?
- इस सेल में एनोड तांबे से बना होता है तथा के कैथोड जस्ते से निर्मित होता है |
- इस सेल में इलेक्ट्रोलाइट के रूप में तनु गंधक अम्ल का प्रयोग किया जाता है |
- इसका विद्युत वाहक बल (EMF) 1.08 वोल्ट होता है |
- इस सेल का उपयोग नहीं किया जाता है |
- वोल्टेइक सेल में स्थानीय क्रिया एवं ध्रुवाच्छादन नामक दोष होते है |
डेनियल सेल किसे कहते है ?
- इस सेल में एनोड तांबे का बना होता है तथा कैथोड जस्ते का बना होता है |
- इस सेल का आंतरिक प्रतिरोध 2 ओम से 6 ओम तक होता है |
- इस सेल में इलेक्ट्रोलाइट के रूप में कॉपर सल्फेट का उपयोग किया जाता है |
- इस सेल का विद्युत वाहक बल (EMF) 1.1 वोल्ट होता है |
- इस सेल का उपयोग प्रयोगशालाओं में किया जाता है |
लेक्लांची सेल किसे कहते है ?
- इस सेल में एनोड कार्बन का बना होता है तथा कैथोड जस्ते से निर्मित होता है
- इस साल में इलेक्ट्रोलाइट के रूप में अमोनियम क्लोराइड का प्रयोग किया जाता है
- इस सेल का विद्युत वाहक बल (EMF) 1.46 V होता है |
- इस सेल का आंतरिक प्रतिरोध 1 से 5 ओम तक होता है |
- इस सेल का उपयोग रुक-रुक कर विद्युत वाहक बल (EMF) प्रदान करने में किया जाता है अतः इसका उपयोग विद्युत घंटी, टेलीफोन, दूरसंचार इत्यादि में किया जाता है |
शुष्क सेल किसे कहते है ?
- इस सेल को शुष्क सेल या ड्राई सेल कहते है |
- इस सेल का आंतरिक प्रतिरोध 0.2 से 0.4 ओम होता है |
- इस सेल में एनोड कार्बन का बना होता है तथा कैथोड जस्ते का बना होता है |
- इस सेल का विद्युत वाहक बल (EMF) 1.4 से 1.5 वोल्ट होता है |
- इस सेल का उपयोग दीवार घड़ी, सर्चलाइट, रेडियो इत्यादि में किया जाता है |
मरकरी सेल किसे कहते है ?
- इस सेल को मरकरी सेल या बटन सैल के नाम से भी जाना जाता है |
- इस सेल में एनोड Hgo तथा कैथोड जस्ते से निर्मित होता है |
- इस सेल में इलेक्ट्रोलाइट के रूप में पोटेशियम हाइड्रोक्साइड (KOH) का उपयोग किया जाता है |
- इस सेल का विद्युत वाहक बल 1.35 से 1.4 वोल्ट होता है |
- इस सेल का उपयोग हाथ घड़ी, पॉकेट केलकुलेटर इत्यादि में किया जाता है |
- इसका सेल का खोल निकल अलोपित होता है या stainless-steel का बना होता है |
सिल्वर ऑक्साइड सेल किसे कहते है ?
- इस सेल में एनोड सिल्वर ऑक्साइड का बना होता है तथा कैथोड जस्ते से बना होता है |
- इस सेल का विद्युत वाहक बल (EMF) 1.5 वोल्ट होता है |
- इस सेल में इलेक्ट्रोलाइट के रूप में पोटेशियम हाइड्रोक्साइड (KOH) का उपयोग किया जाता है |
- इस सेल का उपयोग डिजिटल यंत्रों में, हाथ घड़ी, पॉकेट केलकुलेटर इत्यादि में किया जाता है |
सौर सेल का EMF कितना होता है?
सौर सेल का विद्युत वाहक बल (EMF) 0.55 वोल्ट होता है |
शुष्क सेल का आंतरिक प्रतिरोध कितना होता है?
शुष्क सेल का आंतरिक प्रतिरोध 0.2 से 0.4 ओम होता है |
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